न जाने किस मोड़ पर ले आई है ये ज़िन्दगी Get link Facebook X Pinterest Email Other Apps - March 25, 2025 न जाने किस मोड़ पर ले आई है ये ज़िन्दगी,अब तो हर खुशी भी लगती है अजनबी। जिसे चाहा था हमने दिल-ओ-जान से, आज वही हमें भुला बैठे किसी अजनबी की तरह। Get link Facebook X Pinterest Email Other Apps Comments
रिश्तों की किताब में कुछ पन्ने खाली रह गए - March 26, 2025 रिश्तों की किताब में कुछ पन्ने खाली रह गए, जो लिखना चाहा था, वो लफ्ज़ बाकी रह गए। कहते हैं हर दर्द की दवा होती है, पर कुछ ज़ख्म ऐसे हैं जो दिल में ही रह गए। Read more
तन्हाई का दर्द सहना सीख लिया - March 26, 2025 तन्हाई का दर्द सहना सीख लिया, हमने ग़म में भी मुस्कुराना सीख लिया। अब कोई फर्क नहीं पड़ता बेवफाई से, क्योंकि हमने दिल को पत्थर बनाना सीख लिया। Read more
Comments
Post a Comment